" सोचता हूँ धोखे से ज़हर दे दूँ..
सभी ख्वाहिशों को दावत पे बुला कर ।"
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"बहुत खामियां निकालने लगे हो आजकल मुझमें,
आओ एक मुलाकात आइने से जरा तुम भी कर लो...!"
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"दिमाग पर जोर लगाकर गिनते हो गलतियाँ मेरी,कभी दिल पर हाथ रखकर पूँछना कसूर किसका था.."
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"हुनर सडको पर तमाशे करता है
और..
किस्मत महलों मे राज करती है......!!!!!!
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"नसीब का प्यार,
और गरीब की दोस्ती,
कभी धोखा नहीं देती ।"
🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷""
"" फिक्र अब अपनी छोड़ दी हमने,
तुम जो इतना ख्याल रखते हो।"
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" मगन था मै...
सब्ज़ी में नुक़्स निकालने मे...!!
और कोई खुदा से....सुखी रोटी देने का शुक्र मना रहा था "
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"सांसो का टूटना तो आम सी बात हे मेरे यारो ,
जहा अपने बदल जाये मौत तो उसे कहते हे।।
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"उस वक्त एक बाप की सारी तमन्ना पूरी हो जाती है, जब बेटी ससुराल से हँसते हुए मायके आती है...."
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"काश नासमझी में ही बीत जाए.! ये ज़िन्दगी, समझदारी ने तो बहुत कुछ छीन लिया! "
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"खुदा तु भी कारीगर निकला..
खीच दी, दो-तीन लकीरें, हाथों में..
और ये नादान इंसान उसे
तकदीर समझ बैठा .....
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" मजबूरियॉ ओढ के निकलता हूं घर से आज कल..
वरना शौक तो आज भी है बारिशों में भीगनें का.!!
🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀?
?😎: खुबसूरत क्या कह दिया उनको, के वो हमको छोड़कर शीशे के हो गए
तराशा नहीं था तो पत्थर थे, तराश दिया तो खुदा हो गए
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"मुकाम वो चाहिए की जिस दिन भी हारु , उस दिन जीतने वाले से ज्यादा मेंरे चर्चे हो!!!!..."
🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱?
?🌱 " मीठी बातें ना कर ऐ नादान परिंदे....
इंसांन सुन लेगा तो पिंजरा ले आएगा
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"उदास रहता है मोहल्ले की बारिशों का पानी
आजकल----
---सुना है कागज की नाव बनाने वाले बच्चे अब बड़े हो गये
है ---"
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"जो मैं हूँ वो कोई नहीं जानता,
जो मैं नहीं हूँ ये शहर का हर शक्स जानता है।
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" में जब भी अपनी पुरानी स्कूल के पास से गुजरता हु सोचता हु मुझे बनाने में खुद टूट सी गयी है........और जब भी में मेरे बेटे की प्रायवेट स्कूल के पास से गुजरता हु मुझे हमेशा लगता है मुझे तोड़ कर खुद बन गयी.."
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"हर किसी की जिंदगी का एक ही मकसद है...
खुद भले हों बेवफ़ा लेकिन तलाश वफ़ा की है....
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" जीवन में सबसे बड़ी खुशि उस काम को करने में हे।
जिसे लोग कहते हे की तुम नहीं कर सकते। "
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