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Showing posts from December, 2013

YOU CAN'T TAKE ANYTHING

The Suitcase A man died, when he realized it, he saw God coming closer with a suitcase in his hand. - God said: Alright son its time to go. - surprised the man responded: Now? So soon? I had a lot of plans... - I'm sorry but its time to go. - What do you have in that suitcase? the man asked. - God answered: Your belongings. - My belongings? you mean my things, my clothes, my money? -God answered: Those things were not yours they belonged to the earth. - Is it my memories? the man asked. -God answered: those never belonged to you they belonged to Time - Is it my talents? -God answered: those were never yours they belonged to the circumstances. - Is it my friends and family? -God answered: I'm sorry they were never yours they belonged to the path. - Is it my wife and son? - God answered: They were never yours the belonged to your heart. - Is it my body? - God answered: that was never yours it belonged to the dust. -Is it my soul? God answered:

राजस्थान में कैसे कैसे मंदिर

राजस्थान में कैसे कैसे मंदिर १. सोरसन (बारां) का ब्रह्माणी माता का मंदिर- यहाँ देवी की पीठ का श्रृंगार होता है. पीठ की ही पूजा होती है ! २. चाकसू(जयपुर) का शीतला माता का मंदिर- खंडित मूर्ती की पूजा समान्यतया नहीं होती है, पर शीतला माता(चेचक की देवी) की पूजा खंडित रूप में होती है ! ३. बीकानेर का हेराम्ब का मंदिर- आपने गणेश जी को चूहों की सवारी करते देखा होगा पर यहाँ वे सिंह की सवारी करते हैं ! ४. रणथम्भोर( सवाई माधोपुर) का गणेश मंदिर- शिवजी के तीसरे नेत्र से तो हम परिचित हैं लेकिन यहाँ गणेश जी त्रिनेत्र हैं ! उनकी भी तीसरी आँख है. ५. चांदखेडी (झालावाड) का जैन मंदिर- मंदिर भी कभी नकली होता है ? यहाँ प्रथम तल पर महावीर भगवान् का नकली मंदिर है, जिसमें दुश्मनों के डर से प्राण प्रतिष्ठा नहीं की गई. असली मंदिर जमीन के भीतर है ! ६. रणकपुर का जैन मंदिर- इस मंदिर के 1444 खम्भों की कारीगरी शानदार है. कमाल यह है कि किसी भी खम्भे पर किया गया काम अन्य खम्भे के काम से नहीं मिलता ! और दूसरा कमाल यह कि इतने खम्भों के जंगल में भी आप कहीं से भी ऋषभ देव जी के दर्शन कर सकते हैं, कोई खम्भा बीच में नही

Chaplot sammelan

We had our 7th annual sammelan on 22nd of December 2013. Nakoda dham Mahavir dham and Tungereshwar.

हिन्दू धर्म में 33 करोड़ देवी-देवता हैं. ??

हिन्दू धर्म में 33 करोड़ देवी-देवता हैं. ?? लोगों को इस बात की बहुत बड़ी गलतफहमी है कि...... हिन्दू सनातन धर्म में 33 करोड़ देवी-देवता हैं...! लेकिन ऐसा है नहीं..... और, सच्चाई इसके बिलकुल ही विपरीत है...! दरअसल.... हमारे वेदों में उल्लेख है .... 33""कोटि"" देवी- देवता..! अब ""कोटि"" का अर्थ""प्रकार"" भी होता है.. और ............ ""करोड़"" भी...! तो... मूर्खों ने उसे हिंदी में.... करोड़ पढना शुरू कर दिया...... जबकि वेदों का तात्पर्य ..... 33 कोटि... अर्थात ..... 33 प्रकार के देवी-देवताओं से है...(उच्च कोटि.. निम्न कोटि..... इत्यादि शब्दतो आपने सुना ही होगा.... जिसका अर्थ भीकरोड़ ना होकर..प्रकार होता है) ये एक ऐसी भूल है.... जिसने वेदों में लिखे पूरे अर्थ को ही परिवर्तित कर दिया....! इसे आप इस निम्नलिखित उदहारण से और अच्छी तरह समझ सकते हैं....! --------------- ------ अगर कोई कहता है कि......बच्चों को""कमरे में बंद रखा"" गया है...! और दूसरा इसी वाक्य की मात्रा को बदल क

क्रोध का अपना पुरा खानदान है

ॐ !! क्रोध का अपना पुरा खानदान है :- क्या आप जानते है ? :•~ क्रोध की एक लाडली बहन है - जिद ॥ :•~ क्रोध की पत्नी है - हिंसा ॥ :•~ क्रोध का बडा भाई है - अहंकार ॥ :•~ क्रोध का बाप जिससे वह डरता है - भय ॥ :•~ क्रोध की बेटीयां है - निंदा और चुगली ॥ :•~ क्रोध का बेटा है - वैर ॥ :•~ इस खानदान की नकचढी बहू है - इर्ष्या ॥ :•~ क्रोध की पोती है - घ्रृणा ॥ :•~ क्रोध की मां है - उपेक्षा ॥ तो क्रोध के खानदान से हमेंशा दॣर रहिये..... धन्यवाद ।।

સદભાવથી કરેલા કાર્યનું પરિણામ સુખદ હશે

સદભાવથી કરેલા કાર્યનું પરિણામ સુખદ હશે એક દયાળું સ્વભાવની સ્ત્રી હતી. એને એવો નિયમ કરેલો કે રસોઇ બનાવતી વખતે પ્રથમ રોટલી તૈયાર કરીને એને બહારની શેરીમાં પડતી રસોડાની બારી પર મુકવી જેથી જરુરિયાત વાળી વ્યક્તિ એ રોટલીઓ ઉપયોગ કરી શકે. એક વખત એક ભિખારીની નજર આ રોટલી પર પડી એટલે એ રોટલી લેવા માટે આવ્યો. રોટલી હાથમાં લઇને બોલ્યો “ જે ખરાબ કરે છે તે તેની સાથે જ રહે છે અને જે સારુ કરે છે તે તેને પાછુ મળે છે.” પેલા બહેનને આ કંઇ સમજાયુ નહી.બીજા દિવસે ભિખારી પાછો આવ્યો. પેલી સ્ત્રી રોટલી મુકે તેની રાહ જોઇને બેઠો જેવી રોટલી મુકી કે ફટાક દઇને ઉઠાવી લીધી અને બોલ્યો “ જે ખરાબ કરે છે તે તેની સાથે જ રહે છે અને જે સારુ કરે છે તે તેને પાછુ મળે છે.” પેલી સ્ત્રી વિચારવા લાગી કે એણે મારો આભાર માનવો જોઇએ કે કૃતજ્ઞતા વ્યકત કરવી જોઇએ એને બદલે એ તો રોજ એક સરખો ઉપદેશ આપે છે.હવે તો આ રોજનો ક્રમ બની ગયો. જેવી રોટલી બારી પર મુકાય કે ભિખારી એ ઉઠાવીને ચાલતી પકડે. પેલી સ્ત્રીને હવે ગુસ્સો આવ્યો. રોજ મારી રોટલી લઇ જાય છે પણ આભારના બે શબ્દો પણ બોલતો નથી. એક દિવસ ગુસ્સામાં ને ગુસ્સામાં રોટલી પર ઝેર ચોપડીને બારી પાસે મુકવા

पाँच पाण्डव तथा सौ कौरवों के नाम

पाँच पाण्डव तथा सौ कौरवों के नाम ये थे :– पाण्डव पाँच भाई थे जिनके नाम हैं - 1. युधिष्ठिर 2. भीम 3. अर्जुन 4. नकुल 5. सहदेव ( इन पांचों के अलावा , महाबली कर्ण भी कुंती के ही पुत्र थे , परन्तु उनकी गिनती पांडवों में नहीं की जाती है ) यहाँ ध्यान रखें कि… पाण्डु के उपरोक्त पाँचों पुत्रों में से युधिष्ठिर, भीम और अर्जुन की माता कुन्ती थीं ……तथा , नकुल और सहदेव की माता माद्री थी । वहीँ …. धृतराष्ट्र और गांधारी के 100 पुत्र….. कौरव कहलाए जिनके नाम हैं - 1. दुर्योधन 2. दुःशासन 3. दुःसह 4. दुःशल 5. जलसंघ 6. सम 7. सह 8. विंद 9. अनुविंद 10. दुर्धर्ष 11. सुबाहु 12. दुषप्रधर्षण 13. दुर्मर्षण 14. दुर्मुख 15. दुष्कर्ण 16. विकर्ण 17. शल 18. सत्वान 19. सुलोचन 20. चित्र 21. उपचित्र 22. चित्राक्ष 23. चारुचित्र 24. शरासन 25. दुर्मद 26. दुर्विगाह 27. विवित्सु 28. विकटानन्द 29. ऊर्णनाभ 30. सुनाभ 31. नन्द 32. उपनन्द 33. चित्रबाण 34. चित्रवर्मा 35. सुवर्मा 36. दुर्विमोचन 37. अयोबाहु 38. महाबाहु 39. चित्रांग 40. चित्रकुण्डल 41. भीमवेग 42. भीमबल 43. बाल

Time pass

Time pass ------------------------------- Jewellery shop एक आदमी की एक दुकान पर जबरदस्त पिटाई हो गई मजे की बात यह है कि उसने न चोरी की न किसी से लड़ाई न कुछ तोड़ा और न कुछ फोड़ा न कुछ गिराया और न कुछ उठाया.. वो फिर भी पिट गया बताइये..क्यों? दरअसल, दुकान ज्वैलरी की थी और कुछ देर दुकान में रुकने के बाद उसने वहां की सेल्स गर्ल से इस अंदाज में कहा आपका हर आइटम एकदम मस्त है वैसे आज सोने का क्या भाव है ? बस फिर मत पूछिए...इतनी धुलाई हुए बेचारे की .......सोने लायक न रहा ..!!!! वैसे मुझे भी समझ में ये नहीं आ रहा कि उसने गलती कहाँ की ...  ******************************* अकबर ने बीरबल के सामने अचानक 3 प्रश्न उछाल दिये। प्रश्न थे- ‘ईश्वर कहाँ रहता है? वह कैसे मिलता है? और वह करता क्या है?’’ बीरबल इन प्रश्नों को सुनकर सकपका गये और बोले- ‘‘जहाँपनाह! इन प्रश्नों  के उत्तर मैं कल आपको दूँगा।" जब बीरबल घर पहुँचे तो वह बहुत उदास थे। उनके पुत्र ने जब उनसे पूछा तो उन्होंने बताया- ‘‘बेटा! आज अकबर बादशाह ने मुझसे एक साथ तीन प्रश्न ‘ईश्वर कहाँ रहता है? वह कैसे मिलता है? और वह